तेल-तेल महातेल! दूखूं री मोहिनी तेरा खेल!! २॰ “ऐं पिन्स्थां कलीं काम-पिशाचिनी शिघ्रं ‘अमुक’ ग्राह्य ग्राह्य, कामेन मम रुपेण वश्वैः विदारय विदारय, द्रावय द्रावय, प्रेम-पाशे बन्धय बन्धय, ॐ श्रीं फट्।” शब्द सांचा पिंड कांचा स्फुरो मंत्र इश्वरो ऐसी स्थिति में इसका प्रयोग करना आपको अलग से उर्जा देता है. https://vashikaran99987.idblogz.com/33038271/shabar-mohini-vashikaran-an-overview