उल्लू बोला – नहीं मित्र हंसिनी तुम्हारी ही पत्नी है और तुम्हारी ही रहेगी। पंचतंत्र की कहानी: मूर्ख बातूनी कछुआ – murkh batuni kachua वह बार-बार सोचता कि नीचे कूद जाऊ और अपने दोस्तों से जा मिलु परन्तु उसे पेंड का मोह अपनी ओर खींचने लगता, आम रोजाना इसी सोंच https://troyycpmk.wikilowdown.com/6575361/fascination_about_moral_stories_in_hindi