तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥ सुबह सुबह ले शिव का नाम, कर ले बन्दे ये शुभ काम वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥ धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥ शिव के रहते कैसी चिंता, साथ रहे प्रभु आठों https://online91345.wikiexcerpt.com/3174987/the_basic_principles_of_shiv_chaisa