इस तरह करने से ये मंत्र और मिश्रण अभिमन्त्रण हो जाता है. लौंग, लौंगा, लौंगा! बैर एक लौंग मेरी आती-पाती ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं (अमुका) नमः सर्वजन सम्मोहनाय स्वाहा॥ कहने का तात्पर्य यह है कि जैसा कार्य हो वैसा ही शक्ति का उपयोग किया जाता है। वे समस्त शक्तियां ईश्वर पूर्ण ब्रह्म https://laxmi67643.blog2learn.com/83321449/वश-करण-म-त-र-क-स-च-ह-ए-secrets